शिवपुरी

ASI भाई ने ही कराई थी अपने भाई की हत्या, पेरोल पर आये आरोपी की हत्या का खुलासा, 3 आरोपी गिरफ्तार

शिवपुरी। वर्ष 2017 मे मध्य प्रदेश पुलिस के निरीक्षक हनुमान तोमर की पारिवारिक विवाद पर से घर डीडीनगर ग्वालियर में उनके पुत्र अजय उर्फ लीलाधर तोमर ने गोली मारकर हत्या कर दी थी, व अपने छोटे भाई भानू तोमर पर भी जानलेवा हमला कर दिया था जिस पर थाना महाराजपुरा मे अपराध पंजीबद्ध होकर माननीय न्यायालय से आरोपी अजय तोमर को आजीवन कारावास से दण्ड से दण्डित किया गया जो केन्द्रीय जेल ग्वालियर मे रहकर सजा काट रहा था, जो दिनांक 14.07.2025 को पेरोल पर आया था, एवं दिनांक 23.07.2025 को शिवपुरी से ग्वालियर कार से जा रहा था, रास्ते मे एबी रोड नयागांव तिराहा के पास अज्ञात आरोपी द्वारा उसकी गोली मारकर हत्या कर दी, जिसपर थाना सुभाषपुरा मे दिनांक 24.07.2025 को अज्ञात आरोपी के विरूद्ध मामला दर्ज कर विवेचना मे लिया गया था। अज्ञात आरोपी पर दस हजार रूपये का ईनाम घोषित किया गया था।

प्रकरण अंधे कत्ल का होने से अमन सिंह राठौड पुलिस अधीक्षक शिवपुरी द्वारा प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए स्वयं लगातार मॉनीटरिंग की जा रही थी, एवं प्रकरण मे आरोपियों का पता कर उनकी गिरफ्तारी हेतु एक विशेष टीम का गठन किया गया था। प्रकरण में प्रारंभिक घटना के संबंध मे फरियादी भगत सिंह जो कार का चालक था के द्वारा बताया गया कि एक अज्ञात लडकी जो मृतक के पेरोल पर आने के बाद मृतक अजय के सम्पर्क में थी व वह शिवपुरी मे कठमई तिराहे से घटना दिनांक को बैठकर आई, जिसने रास्ते मे सुनसान जगह पर वॉशरूम जाने की कहकर गाडी रुकवाई थी। व लडकी के वॉशरूम करने के लिए उतरने के बाद अज्ञात वाहन से आये आरोपी द्वारा अजय तोमर मे गोलिया मारकर उसकी हत्या की गई है।

प्रकरण मे अनुसंधान के दौरान यह ज्ञात हुआ कि मृतक अजय के पिता की हत्या होने से पुलिस विभाग मे उसके छोटे भाई भानू तोमर को अनुकंपा नियुक्ति मिली थी जो इन्दौर मे एएसआई के पद पर था, एवं मृतक अजय तोमर का जेल जाने के कारण अपनी पत्नी से तलाक हो गया था। एवं भानू तोमर द्वारा पैतृक मकान बेच दिया गया था। तथा मकान व अन्य सम्पत्ति के पैसो को लेकर अभी पेरोल पर आने के बाद सेटलमेन्ट की चर्चा चल रही थी। इस पूरी घटना का मुख्य सूत्रधार मृतक अजय तोमर का भाई भानू सिंह तोमर था। इसने धर्मेन्द्र कुशवाह नाम के व्यक्ति के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया।

भानू ने ही मृतक की गाड़ी में बैठी लड़की से मृतक अजय तोमर की मित्रता करवाने के बहाने से उसे वहाँ भिजवाया था। इस लड़की से भानू का परिचय भानू के मित्र इंदौर निवासी जीतू बारेलिया ने करवाया था। भानू तोमर का दूर का रिश्तेदार मोनेश तोमर लड़की को इंदौर से ग्वालियर अपने साथ लाया था। धर्मेन्द्र कुशवाह के मोबाईल नम्बर के आधार पर पता किया गया तो घटना दिनांक के बाद से उसका मोबाईल स्विच ऑफ आ रहा था व मोबाईल नम्बर के आधार पर धर्मेन्द्र कुशवाह की जानकारी ज्ञात हुई कि धर्मेन्द्र पुत्र जगन्नाथ कुशवाह छतरी बाजार ग्वालियर का रहने वाला होकर उसके विरूद्ध थाना जनकगंज मे हत्या हत्या का प्रयास सहित गंभीर धाराओं मे 07 अपराध पंजीबद्ध थे व उसके द्वारा वर्ष 2011 अपने मोहल्ले पिंकड दादा नाम के व्यक्ति की हत्या की थी जिसमे 26.01.2025 को अपनी सजा पूरी कर जेल से छूटकर पाया था, एवं जेल में रहने के दौरान उसकी व मृतक अजय तोमर की बैरिक पास-पास होकर एक दूसरे से बातचीत करते थे. जिसपर धर्मेन्द्र कुशवाह के फोटो प्राप्त किए गये ।

घटना के उपरांत घटनास्थल से लेकर शिवपुरी एंव शिवपुरी से ग्वालियर तक के लगभग 500 सीसीटीवी कैमरे चैक किए गये। जिसमे एक अज्ञात लडकी धर्मेन्द्र कुशवाह, मोनेश तोमर, के साथ ग्वालियर मे देखी गई एवं वही लडकी धर्मेन्द्र के साथ मृतक अजय तोमर से मिलते हुए दिखाई दी थी, एवं घटना दिनांक को उक्त अज्ञात संदिग्ध लडकी होटल टाउन हाउस (शैल्टर होटल) पडाव पर मृतक के भाई भानू तोमर के साथ देखी जाकर XUV 500 क्रं MP 13 CB 3053 में बैठकर निकली थी, व उक्त XUV 500 क्रं MP 13 CB 3053 का रजिस्ट्रेशन भानू तोमर जो मृतक का भाई है के नाम होना पाया गया, एवं घटना के उपरांत से भानू तोमर का मोबाईल स्विच ऑफ होना पाया गया। व सीसीटीवी फुटेज के आधार पर भानू तोमर की कार घटना से पूर्व मृतक अजय तोमर की कार के पीछे चल रही थी। जिससे यह स्पष्ट हुआ कि घटना मे मृतक के भाई भानू तोमर एवं उसके साथ देखी गई लडकी, एवं धर्मेन्द्र कुशवाह एवं मोनेश तोमर की आपस मे मोबाईल कनेक्टिविटी थी व घटना मे इनकी संलिप्तता पाई गई।

अनुसंधान के दौरान प्राप्त सीसीटीवी फुटेज से लडकी की प्राप्त फोटो के आधार पर लडकी का पता किया जा रहा था. काफी प्रयास के बाद यह सामने आया कि उक्त लडकी जो मृतक के साथ अंतिम बार देखी गई थी, उसके विरूद्ध थाना एरोड्रम इन्दौर मे अपराध पंजीबद्ध हुआ था जिसमे गैंगरेप मे सहआरोपिया होकर बालिका सम्प्रेषण गृह इन्दौर में निरूद्ध थी, जो वहां से दिनांक 12.07.2025 को भाग आई थी। जिसके संबंध में प्रकरण थाना हीरानगर, इन्दौर मे कायम हुआ था।

घटना मे भानू तोमर, मोनेश तोमर, धर्मेन्द्र कुशवाह, व संदिग्ध लडकी का लगातार पता किया जा रहा था इसी दौरान मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि धर्मेन्द्र कुशवाह उस लडकी के साथ केन्सर पहाडिया क्षेत्र मे देखा गया है जिसपर गठित टीम को मोके पर भेजा गया तो धर्मेन्द्र कुशवाह एवं लडकी मिली जिनसे घटना के संबंध में पूछताछ की तो धर्मेन्द्र कुशवाह के द्वारा बताया गया कि मेरे जेल से रिहा होने पर मैने अपनी इन्स्टाग्राम आईडी पर रिहा होने के फोटो डाले थे, उसके बाद इन्स्टाग्राम पर भानू तोमर द्वारा मुझसे बात की जाकर अजय तोमर के बारे मे पूछा तो मैने उसे जानना बताकर जेल मे साथ होना बताया था। तो भानू तोमर ने मुझे प्रलोभन दिया व मेरे खाते मे कई बार पैसे डाले गये। व अजय तोमर के पेरोल पर आने पर उससे बदला लेने के लिए मिलाने को कहा एवं अपने भतीजे मोनेश तोमर के साथ एक लड़की को इन्दौर से अजय से मित्रता कराने के लिए ग्वालियर भेजा था।

घटना दिनांक मृतक अजय तोमर इसी लड़की से मिलने के लिये शिवपुरी आ रहा था तथा बाद में उस लड़की को लेकर जब ग्वालियर जा रहा था तो लड़की ने प्लान के मुताबिक अजय तोमर की कार को सुनसान इलाके में रूकवा ली तब भानू तोमर व धर्मेन्द्र द्वारा भानू तोमर की कार से आकर अजय तोमर पर अंधाधुंध गोलियां चलाकर उसकी हत्या कर दी गई। प्रकरण मे आरोपी धर्मेन्द्र कुशवाह एवं घटना में संलिप्त रही विधि विरूद्ध बालिका को अभिरक्षा में लिया गया। एवं मोनेश तोमर को गिरफ्तार किया गया व आरोपी धर्मेन्द्र से घटना में प्रयुक्त 315 बोर का कट्टा एवं भानू तोमर द्वारा उसे दी गई एक अंगूठी जप्त की गई, भानू तोमर एवं प्रकरण के अन्य आरोपी अभी फरार हैं जिनकी तलाश की जा रही है। शूटर धर्मेन्द्र कुशवाह को अजय तोमर की हत्या के लिए एक लाख रुपये मे हायर किया गया था।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!