शिवपुरी

छात्राओं को स्कूल के लिए 3 किमी पैदल जाना पडता है, साइकिल की मांग को लेकर पहुंची जनसुनवाई मे, डिप्टी कलेक्टर ने कही FIR कराने की बात

शिवपुरी। मंगलवार को आयोजित जनसुनवाई मे आज सेवढ़ा गांव मे संचालित हायर सेकेंडरी स्कूल की छात्राएं बडी संख्या मे पहुंची और उन्हे साइकल नही दिए जाने की शिकायत की। इतनी बडी संख्या मे छात्रों को देखकर डिप्टी कलेक्टर ने उनके अभिभावको को इतनी बड़ी संख्या में छात्रों को नही लाने की बात कही और इसी बीच अभिभावकों पर एफआईआर दर्ज कराने की भी बात कह दी।

छात्राओं ने बताया कि हम हायर सेकेंडरी ग्राम सेवढ़ा के कक्षा 9वी और 10वी की छात्राएं हैं लेकिन हमारा स्कूल गांव के अंदर न होकर गांव से 3 किलोमीटर दूर है जिस कारण हम छात्राओं को हर दिन 3 किलोमीटर पैदल चलकर जाना पड़ता है। इसके लिए लंबे समय से साइकिल की मांग कर रहीं है लेकिन अभी तक उनकी कोई सुनवाई नही हुई है जबकि उनके गांव के नजदीक गांव हिम्मतगढ है वहां की छात्राओं को साइकिल मिल गई हैं। इसी मांग को लेकर आज 2 दर्जन से अधिक छात्राएं अपने अभिभावकों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंची।

इसके अलावा छात्राओं ने बताया कि हमारे स्कूल मे पानी की भी कोई व्यवस्था नही है। एक टंकी है उसमे कभी 8 दिन तो कभी 15 दिन मे टेंकर से पानी भरा जाता है, जिसमे कभी-कभी कीडे भी पड़ जाते हैं जिस कारण हम घर से पानी ले जाते है और पानी खत्म हो जाता है तो कुएं पर पानी लेने जाना पडता है। अगर ऐसे मे कोई हादसा हो गया तो इसका जिम्मेदार कौन होगा।

जब अभिभावकों के साथ बच्चे भी बडी संख्या मे कलेक्टर सभागार मे पहुंचे तो बच्चों की इतनी भीड देख डिप्टी कलेक्टर ने अभिभावकों को इतनी बडी संख्या मे बच्चों को न लाने की समझाइश तो दी लेकिन इसी बीच गुस्से मे वह अभिभावकों पर एफआईआर दर्ज कराने की बात कह गए।

इस मामले में डिप्टी कलेक्टर अंकुर गुप्ता का कहना है
जनसुनवाई में आज कुछ व्यक्ति सरकारी स्कूल की 13-14 वर्ष की 25-30 छात्राओं को लेकर आये। स्कूली छात्राओं की समस्याओं को सुना गया व शिक्षा विभाग को कार्यवाही हेतु तत्काल निर्देशित किया गया। किन्तु जो व्यक्ति उक्त छात्राओ को लेकर आये उनको स्वयं आने की बजाय छात्राओं को साथ लाने को लेकर कानूनी कार्यवाही हेतु चेतावनी दी गयी।

साथ ही समझाइश दी गयी कि किसी स्कूली छात्र या छात्रा के साथ यात्रा के दौरन यदि कोई दुर्घटना घटित हो तो गंभीर समस्या हो सकती है। उनको बताया गया कि यदि कोई व्यक्ति किसी समस्या से व्यथित है तो वह जनसुनवाई में आवेदन दे सकता है। जिस पर पूरी गंभीरता से कार्यवाही की जाती है किन्तु स्कूली छात्र छात्राओं को इस तरह परेशान नही किया जाए। बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए व्यक्तियों को चेतावनी दी गई।

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