मौत के बाद अंतिम संस्कार के लिए 6 घण्टे पड़ा रहा 12 वर्षीय बच्चे का शव, पिता के अंतर्जातीय विवाह के चलते समाज ने किया था वहिष्कार

शिवपुरी। मामला करैरा जनपद की सिरसौद ग्राम पंचायत अंतर्गत ग्राम अमोला का है जहां 12 वर्षीय बच्चे की बुखार से मौत हो गई। बच्चे की मौत के बाद उसका शव करीब छह घंटे तक घर में रखा रहा, इस बीच न तो उसके स्वजन अंतिम संस्कार के लिए आए और न ही गांव के अन्य लोग। मामले की सूचना जब सिरसौद सरपंच अतर सिंह लोधी को लगी तो सरपंच ने मृतक का अंतिम संस्कार कराया।
जानकारी के अनुसार अमोला निवासी अमित पांडे पुत्र स्वर्गीय अशोक पांडे की समय पर उपचार नही मिलने से मौत हो गई। मृतक अमित पांडे के पिता अशोक पांडे ने करीब 20 साल पहले आदिवासी महिला काजल से प्रेम विवाह किया था। जिसके चलते एक ओर जहां ब्राह्मण समाज ने अशोक को समाज से बहिष्कृत कर दिया था, वहीं दूसरी ओर काजल को आदिवासी समाज ने। यही कारण है कि इस परिवार के यहां दोनों में से कोई भी समाज नहीं आता है। काजल 3 बेटों के साथ रहती थी। बड़े बेटे की उम्र 18 साल उससे छोटा अमित था जिसकी 12 साल थी और तीसरे बच्चे की उम्र 8 साल है।
बता दें कि मृतक अमित के पिता अशोक पांडे की कोरोना संक्रमण के चलते मौत हो गई थी। जिसके बाद अशोक का शव 2 दिन तक घर में रखा रहा था, परंतु कोई कोई उसका अंतिम संस्कार करने नहीं आया। तब भी सरपंच अतर सिंह लोधी ने शव को शमशान लेकर गए और उसका अंतिम संस्कार कराया था।
इस बार भी अमित की मौत की सूचना मिलने पर अतर सिंह अमित के घर पहुंचे और उसकी मां से बात की। अतर सिंह लोधी ने अमित के चाचा-ताऊ को अंतिम संस्कार के लिए बुलाया परंतु उन्होंने आने से इंकार कर दिया। अतर सिंह लोधी एक आटो में शव को रखवा कर शमशान ले गए और अमित का अंतिम संस्कार किया।