दबंग की भैंस से मोटर साइकल टकराई, सजा में आदिवासी पर बरसाए लात-घूंसे- Shivpuri News

शिवपुरी। दबंगो के भय से सहरिया आदिवासियों का सड़क चलना भी दूभर हो गया है, दबंग समुदाय के लोग उनके साथ दोहरे दर्जे का व्यवहार कर बेरहमी से मारपीट कर रहे हैं और जन रक्षक का तमगा प्राप्त पुलिस उनके मामलों में कायमी तक मुश्किल से कर रही है। अभी नरवर मे राजू आदिवासी के साथ हुई घटना को चंद घंटे भी नहीं बीते थे कि आज फिर एक ऐसा ही मामला सामने आया है जिसमे एक आदिवासी युवक को दबंगों ने केवल इस बात पर अधमरा कर दिया कि उसकी मोटर साइकल दबंगों की भेंस से टच हो गई थी। घटना के बाद मौके पर डायल 100 भी पहुंची मगर दबंगों के खौफ से उसके कर्मचारी भी उसे अपने हाल पर छोड़ कर चले गए। 16 तारीख से उसके परिवारजन उसका चिकित्सालय मे इलाज करा रहे हैं।
जानकारी अनुसार कुंवरपुर, टपरा का निवासी 32 वर्षीय ब्रजभान आदिवासी पुत्र खैरू आदिवासी गत 16 सितंबर को मोटरसाइकल से अपनी बुआ को लिवाने उसके गाँव जा रहा था, तभी रास्ते मे बारिश होने के कारण उसकी मोटर साइकल अजमेर सिंह यादव निवासी टिघरा की भेंस से टच हो गई। इसी बात पर गुस्साये अजमेर सिंह के लड़के व चार अन्य युवक दौड़कर आए और ब्रजभान आदिवासी को पटककर उसे लात- घूसों से पीटने भिड़ गए। उक्त लोगों ने उसे इतनी बेरहमी से पीटा कि उसका अंग-अंग चोटिल हो गया। पसलियों में लातों से इतने प्रहार किए कि उसकी पसलियों मे गहरी चोट आई है। इस घटना के बाद उक्त सभी उसे जमीन पर पड़ा छोड़ गए।
उसी समय वहाँ से डायल 100 वाहन निकला लेकिन उसके कर्मचारी भी युवक को उसी हाल में छोड्कर चले गए। सूचना मिलने पर ब्रजभान आदिवासी के परिजन घटना स्थल पर पहुंचे और उसे चिकित्सालय लेकर भागे। 7 दिन भी चिकित्सकों की रिपोर्ट के बाद भी जब पुलिस ने मामले मे कायमी नहीं की तो उसके परिजन आज सहरिया क्रांति संयोजक संजय बेचैन के पास घायल को लेकर पहुंचे। ब्रजभान की अत्यंत गंभीर हालत देख उन्होने तत्काल सबन्धित थाना सिरसौद के थाना प्रभारी को सूचित किया जिसके बाद वे चिकित्सालय पहुंचे व उसका उचित उपचार प्रारम्भ कराया है। थाना प्रभारी का कहना है कि मामले में दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।